सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक India-Nepal सीमा पर मदरसों की संख्या लगातार बढ़ रही है
बहराइच जिले में भारत-नेपाल सीमा पर 107 गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत-नेपाल सीमा पर मदरसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बहराइच जिले में कुल 491 अज्ञात मदरसे पाए गए।

UP News: बहराइच जिले के मदरसों का सर्वे पूरा हो गया है। सर्वे के दौरान मदरसों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जो आंकड़े सामने आए हैं वो बेहद चौंकाने वाले हैं। बहराइच में संचालित कुल मदरसों में से 62 प्रतिशत गैर-मान्यता प्राप्त हैं, जिनका विवरण जिले के अल्पसंख्यक विभाग को अभी तक ज्ञात नहीं था। मदरसों के निदेशकों ने भी विभाग को कोई जानकारी नहीं दी। मालूम हो कि योगी सरकार ने यूपी में मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच की है।
सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 22 प्रतिशत गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे बहराइच में भारत-नेपाल सीमा के आसपास संचालित हो रहे हैं। बहराइच जिले के अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने कहा कि जिले में कुल 792 मदरसे हैं, जिनमें से 302 मदरसे मान्यता प्राप्त हैं और 11 को राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है।
वहीं, जिले में 491 मदरसे अवैध रूप से चल रहे हैं। नानपारा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में 107 गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे हैं।
योगी सरकार ने मदरसों की 13 बिंदुओं पर जांच की है
योगी सरकार ने यूपी के सभी मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की 13 सूत्री जांच के आदेश दिए हैं। सर्वे में बड़ी संख्या में अज्ञात मदरसे मिले। सर्वे पूरा होते ही जिला अल्पसंख्यक अधिकारी संजय मिश्रा ने डीएम को रिपोर्ट सौंप दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नानपारा में 107 मदरसों को मान्यता नहीं है, जबकि राजधानी बहराइच में 106 मदरसों को मान्यता नहीं है। वहीं, कैसरगंज में 105 और पयागपुर में 71 मदरसे अवैध रूप से चल रहे थे।